किताबों की दुनियाँ बड़ी विचित्र है
इन्होंने रचे जाने कितने चरित्र हैं
कही अनकही सारी कहानी है इनमें
कुछ बच्चों की ज़ुबानी है इनमें
कई भाषा कई वर्णन में दिखती हैं
कई भाव में बिकती हैं…..
कुछ में इतिहास लिखा है
कुछ में इतिहास लिखा है
तो कुछ में दिखता भविष्य है……
कितने ही लोगों ने
कितनी ज़बानों में
अपने दिल का हाल लिखा है….
कुछ परियों की कहानी लिए
सपनों में दिखती हैं
तो कुछ हकीकत के धरातल पर
हर रोज़ सिकती हैं……
धर्म जाति वर्ण सबके बारे में
बताती हैं हमें
तो कुछ सितारे दिखाती हैं हमें…..
नगर गाँव ज़िन्दगी हर चीज़
इनका हिस्सा हैं
इनमें लिखा हर एक किस्सा है…..
ये किताबों की दुनियाँ बड़ी विचित्र है
इन्होंने रचे जाने कितने चरित्र हैं….